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हर गांव में खुलेगा Amul Milk कलेक्शन सेंटर, एक रुपये किलो खरीदा जाएगा गोबर

By Dindyal Das

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Amul Plant Banas Dairy
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Amul Plant Banas Dairy Varanasi: प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने वाराणसी में अमूल बनास काशी संकुल अमूल डेयरी का उद्घाटन किया। जो अमूल का एक सबसे बड़ा डेयरी प्लांट है। जिसके माध्यम से 30 एकड़ में दुग्ध संयुक्त में करीब ₹650 करोड़ की लागत से तैयार हुआ है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 23 फरवरी को दो दिवसी दौरे पर वाराणसी पहुंचे हैं।इस परियोजना के जरिए लगभग एक लाख लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान होंगे।

अमूल बनास काशी संकुल परियोजना के अध्यक्ष शंकर भाई चौधरी के माध्यम से इस प्लांट के आधुनिक तकनीकी के ऑपरेशन लगेंगे। इसके द्वारा पांच से 50 किलोमीटर परिधि से दूध कलेक्शन 5 सीलिंग केंद्र की शुरुआत होगी। पूर्वांचल में 13 चिलिंग केंद्र होंगे। आप प्रत्येक गांव में दूध कलेक्शन सेंटर खोलेंगे जिसके जरिए हर गांव में दूध क्रय समिति बनाई जाएगी।

Amul Plant Banas Dairy में क्या-क्या प्रोडक्ट बनेगा

अमूल बनास डेयरी में दूध के साथ आइसक्रीम, पनीर, घी ,खोवा और सभी तरह के दूध के मिल्क प्रोडक्ट तैयार किए जाएंगे। साथ ही बनारस का लौंगलता और लाल पेड़ा भी इस प्लांट में ही तैयार किया जाएगा।

 बनास डेयरी अमूल प्लांट की क्षमता कितनी है

  • दही निर्माण क्षमता: 50 एमटीपीडी (मीट्रिक टन पर डे )।
  • लस्सी निर्माण क्षमता: 15 केएलपीडी ( किलो लीटर पर डे)।
  • आइसक्रीम निर्माण क्षमता: 70 केएलपीडी( किलो लीटर पर डे)।
  • पनीर निर्माण क्षमता: 20 एमटीपीडी (मीट्रिक टन पर डे )।
  • मिठाई निर्माण संयंत्र: 10 एमटीपीडी (मीट्रिक टन पर डे )।
  • पाउच दूध पैकिंग क्षमता: 5 एलएलपीडी (लाख लीटर पर डे)।
  • लिक्विड दूध प्रसंस्करण: 8 एलएलपीडी ( लाख लीटर पर डे)।
  • बटर मिल्क निर्माण क्षमता: 75 केएलपीडी ( किलो लीटर पर डे)।

 कंपनी हर गांव में खोलेगी दूध कलेक्शन सेंटर

बनास डेयरी के काशी में उद्घाटन से पूर्वांचल में लगभग 1346 गांव में एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके जरिए फैक्ट्री में करीब 750 लोगों को और प्लांट में करीब 2350 लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान होंगे। जिसमें 5 से 50 किलोमीटर की दूध कलेक्शन के लिए 5 चिलिंग केंद्र की भी शुरुआत की गई है। कंपनियां प्रत्येक गांव में दूध कलेक्शन सेंटर खोलेंगे। जिसके जरिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रक्रिया के माध्यम से दूध खरीदेंगे साथ ही निर्धारित समय के जरिए गाड़ी से दूध का कलेक्शन किया जाएगा।

पूर्वाचंल के सभी गौपालकों को होगा फायदा

पूर्वांचल के अभी इस योजना के माध्यम से केवल पांच जिला के किसानों को ही लाभ फिलहाल मिल रहा है। इसमें गाजीपुर, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संतरविदास  नगर शामिल है। साथ ही बनास डेरी आने वाले समय में जौनपुर, आजमगढ़, कौशांबी प्रयागराज, अंबेडकर नगर, बलिया, मऊ, कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थ नगर, बस्ती, संतकबीर नगर, गोरखपुर जैसे क्षेत्र में गौपालकों को भी इस योजना के जरिए लाभ उठा सकेंगे।

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