भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी अभी पिछले दिनों ही लक्षद्वीप घूमने गए थे जिसे लेकर मालदीव के तीन मंत्रियों ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का मजाक उड़ाया था।ऐसे में सोशल मीडिया पर भारत और मालदीव के बीच टकराव देखने को मिला भारत के पर्यटक मालदीव का बहिष्कार करने लगे और लोगों को लक्षद्वीप को पहली पसंद बना लिया ऐसे में मालदीव की अर्थव्यवस्था पर गहरी चपट लगी है। जिससे वह दिवालिया हो गया हैऐसे में मालदीव का आप ऐसा बुरा हाल है कि जिससे उसने कभी कल्पना भी नहीं की होगी आईए जानते हैं इस खबर के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से।
भारत को कमजोर समझते हुए मालदीव के राष्ट्रपति अपने इरादे को इंडिया आउट अभियान आयोजन कर दिया। जिससे उन्हें पहले लक्ष्य भारतीय सेना को हटाना था। जिसके कारण भारतीय सैनिक मालदीव को 10 मई तक छोड़ देंगे फिर भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी जब लक्षद्वीप के दौरे पर गए। तीनों मंत्रियों ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का मजाक बनाया। और हालांकि तीन मंत्रियों ने निष्कासित भी करना पड़ा लेकिन मुइज्जू इस मामले पर मंत्रियों को टिप्पणियों को विरोध नहीं करते हैं। और साथ ही ऐसे में भारत से मालदीव ने पंगा ले लिया और अब यह मालदीव बहुत ही बुरी तरीके से फश गए हैं।
मालदीव के जिन मंत्रियों ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को लेकर अपमानजनक बयान बाजी की वहां की सरकार ने उन्हें पद से जरूर हटा दिया। लेकिन साथ ही सरकार के स्तर पर भारत से इसके लिए खेद नहीं प्रकट किया ऐसे में इन्होंने मोदी जी को हल्के में लेते हुए कंगाली की कगार पर पहुंचता हुआ दिख रहा है।
मालदीव हो गया दिवालिया
अभी हाल ही में एक रिपोर्ट के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के लिए मालदीव को चुकाने की चेतावनी दी है और ऐसे में मालदीप की कमाई भी अब बंद हो चुकी है। ऐसे में मालदीव को अब आईएमएफ के जरिए कर्ज नहीं चुका सकता और वह दिवालिया हो चुका है।
मालदीप की अर्थव्यवस्था जहां भारत के पर्यटक से एक तिहाई कमाई का हिस्सा थी। भारतीय पर्यटक को मालदीव का बहिष्कार करने पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के सामने खुद को मालदीव दिवालिया घोषित कर दिया है।
मालदीव की दिवालिया की खबर इन समय सोशल मीडिया पर तेजी पकड़ी हुई है जहां एक तरफ ट्विटर हैंडल फ्रंटलफोर्स की एक खबर साझा की गई है। जिसमें आईएमएफ के सामने मालदीव को अपने को दिवालिया बताया है ।साथ हीआईएमएफ के सामने बैल आउट पैकेज यानी मुसीबत से उबर की पैसे की गुहार लगाई है।
बेलआउट की मांग
मालदीव भारत से पंगा लेने के बाद अब मालदीप की अर्थव्यवस्था एक बड़ा ही झटका दे झेल रही है। जहां मालदीव को आईएफ से बेलआउट लोन मांगा है ऐसे में मालदीव ने अपनी हालत को सुधारने का प्रयास कर रहा है। इसलिए वह (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष – IMF) से कर्ज मांग रहा है साथ ही सैयद को कहना है कि मुझे सरकार ने आर्थिक सुधार कार्यक्रम को शुरू किया है जिनके करीब आईएफ से आर्थिक मदद की अपील की है। इससे आने वाले समय में देश की आर्थिक परेशानी दूर होने की उम्मीद है मंत्री सईद ने कहा है कि कुछ घुट देश विरोधियों को बातें फैला रहे हैं। लेकिन लोगों को सरकार पर भरोसा उठ जाए ऐसे में अभी हाल ही में भारत से लाखों पर्यटक मालदीव जाया करते थे ।आप लेकिन स्थिति बदल चुकी है जिससे मालदीव की अर्थव्यवस्था को एक तगड़ा झटका लगा हुआ है। जहां कुछ समय पहले भारत के पर्यटक से मालदीव की एक तिहाई से ज्यादा कमाई होती थी। जो कि इस वक्त मालदीव की अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लग रहा है क्योंकि अब यह कमाई रुक चुकी है।
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